M Jamali by السلام علیکم✍️welcome✍️ रोज़ा तोड़ने वाली चीज़ों का बयान.Chapter(02)

रोज़ा तोड़ने वाली चीज़ों का बयान.Chapter(02)


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                 रोज़ा तोड़ने वाली चीज़ों का बयान।
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मसला=01= ✍️खाने या पीने या जेमा(यानी सोहबत करना)
करने से रोजा टूट जाता है जबकि रोजा़दार होना याद हो और अगर रोजा़दार होना याद न रहा और भूल कर था लिया या पी लिया या जेमा कर लिया तो रोज़ा न गया मसला - हुक्का , सिगरेट , बीड़ी , चुरुट , सिगार पीने से रोज़ा टूट जाता ,,,,,

मसला=02= ✍️पान या तम्बाकू , सुर्ती खाने से भी रोज़ा टूट जाता है अगरचा पीक थूक दी हो,,,,,

 मसला=03= ✍️शकर , चीनी , गुड़ वगैरह ऐसी चीजें जो मुंह में रखने से घुल जाती हैं मुंह में रक्खी और थूक निगल गया तो रोज़ा टूट गया,,,,,

मसला=04= ✍️दांतों में कोई चीज़ चने बराबर या इससे ज़्यादा थी उसे खा गया या कम ही थी मगर मुंह से निकाल कर फिर खा ली तो रोज़ा टूट गया,,,,,

मसला=05= ✍️दाँतों से खून निकल कर हलक से नीचे उतरा और खून थूक से ज्यादा या बराबर था या कम था मगर उसका मज़ा हलक में मालूम हुआ तो इन सब सूरतों में रोज़ा जाता रहा और अगर खून कम था और मज़ा भी मालूम न हुआ तो रोज़ा न गया,,,,

मसला=06= ✍️हिक़ना लिया या नथुनों में दवा चढ़ाई या कान में तेल डाला या तेल चला गया तो रोज़ा टूट गया और अगर पानी कान में चला गया या डाला तो रोज़ा नहीं टूटा,,,

मसला=07= ✍️कुल्ली कर रहा था बिला क़स्द पानी हलक से उतर गया या नाक में पानी चढ़ा रहा था पानी देमाग में चढ़ गया तो रोजा टूट गया लेकिन अगर रोज़ा होना भूल गया हो तो न टूटेगा,,,,,
 
मसला=08=✍️ सोते में पानी पी लिया या कुछ खा लिया या मुंह खोला था। और पानी का कतरा या ओला हलक में चला गया तो रोज़ा टूट गया।

मसला=09=✍️ दूसरे का थूक निगल गया या अपना ही थूक हाथ पर लेकर निगल गया तो रोज़ा जाता रहा,,,,

मसला=10=✍️ मुंह में रंगीन डोरा रक्खा जिससे थूक रंगीन हो गया फिर थूक निगल लिया तो रोज़ा टूट गया,,,,
 
मसला=11= ✍️आंसू मुंह में चला गया और निगल लिया अगर बूंद दो बूंद है तो रोज़ा न गया और अगर ज्या़दा था कि उसकी नमकीनी पूरे मुंह में मालूम हुई तो रोज़ा टूट गया । पसीना का भी यही हुक्म है,,,,

मसला=12=✍️ मर्द ने औरत का बोसा लिया या छुआ या मुबाशरत की या गले लगाया और इनज़ाल हो गया तो रोज़ा जाता रहा और अगर औरत ने मर्द को छुआ और मर्द को इनजाल हो गया तो रोज़ा न टूटा। औरत को कपड़े के ऊपर से छुआ और कपड़ा इतना मोटा है कि बदन की गर्मी मालूम न हुई तो रोज़ा न टूटा अगरचा इनजाल हो गया हो,,,,

मसला=13= ✍️मुबालग़ा के साथ इस्तिन्जा किया यहां तक कि हिक़ना रखने की जगह तक पानी पहुंच गया तो रोज़ा टूट गया और इतना मुबालगा चाहिये भी नहीं कि उससे सख्त बीमारी का अन्देशा है,,,,,

 मसला=14= ✍️मर्द ने पेशाब के सूराख में पानी या तेल डाला तो रोज़ा न टूटा चाहे मसाना तक पहुंच गया हो और अगर औरत ने शर्मगाह में तेल या पानी टपकाया तो रोज़ा टूट गया,,,,

 मसला=15= ✍️औरत ने पेशाब के मुक़ाम में रुई या कपड़ा रक्खा और बिल्कुल बाहर न रहा तो रोज़ टूट गया और सूखी उंगली किसी ने पासानः के मुकाम में रक्खी या औरत ने शर्मगाह में रक्खी तो रोजा न गया और अगर उगली भीगी थी या उस पर कुछ लगा था तो रोजा टूट गया जबकि पाखाना के मुकाम में उस जगह रक्खी हो जहां अमल देते वक्तहिकना का सिरा रखते हैं,,,,,

मसला=16=✍️ कसदन भर मुंह कै की और रोज़ादार होना याद है तो रोज़ा टूट गया और अगर मुंह भर से कम की तो रोज़ा न टूटा,,,,

मसला=17= ✍️बे अस्तेयार कै हुई और खुद ब खुद अन्दर लौट गई तो रोज़ा न टूटा चाहे थोड़ी हो या ज्यादा रोज़ा याद हो या न हो । के के यह अहकाम उस वक्त हैं कि कै में खाना आये या सफ़रा या नून और अगर बलगम आया तो मुतलकन रोज़ा न टूटेगा,,,,,,

मसला=18= ✍️रमज़ान में बिला उज्र जो शख्स आलनिया खाये पीये तो हुक्म है कि उसे कत्ल किया जाये,,,,,,

 मसला=19= बे अख्तेयार के हो गइ तो थाडी हो या ज़्यादा रोजा न टूटा,,,,,,
-------------------------,,,,,Chapter,,,,,(02)-----------------------------------------------------------समाप्त-----------------------------------
अगला चेपटर पढ़ें,........ ✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️


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