वुजू़ किन चीज़ो से टूटता है
मसअला= 01= पेशाब , पाखाने और पेट की हवा निकलने से वज़ टूट जाता है। अगर आगे ( पेशाब करने की इन्द्रियां ) से कोई कीड़ा जैसे केंचुआ ककरी वगैरा निकले तब भी वुजू टूट जाता है।
मसअला= 2= अगर किसी के जख्म में से कोई कीड़ा निकले . या कान या जख्म में से गोश्त का कोई हिस्सा कटकर गिरा मगर खून नहीं निकला तो इससे वुजू नहीं टूटता।
मसअला=3= अगर किसी ने फस्द ली । नकसीर फूटी या चोट लगी और खून व पीप निकले तो वुजू टूट गया । लेकिन अगर खून या पीप जएम के मुंह पर ही दिखाई दे और आगे न बढ़े तो वुजू ठीक रहा । अगर किसी के सूई धुभ गई और उस जगह से खून निकला भगर बहा नहीं तो वुजू नहीं टूटा लेकिन अगर थोड़ा - सा भी अपनी जगह से बढ़ा तो वुजू टूट गया।
मसअला= 4= अगर किसी ने अपनी नाक में उंगली डाली और उसे बाहर निकालने पर उंगली में खून का धब्बा मालूम हुआ लेकिन वह खून बस इतना ही है कि उंगली में थोड़ा - सा लगा , बहा नहीं तो दुजू नहीं टूटा ।
मसअला=5= किसी की आंख के अन्दर कोई दाना फूट गया और उस का पानी या पीप आंख में फैल गया , मगर बाहर नहीं निकल सका तो वुजू नहीं टूटा । लेकिन अगर आंख से बाहर पानी या पीप निकल पड़ा तो वुजू टूट गया । इसी तरह अगर कान के अन्दर कोई दाना है और वह फट गया तो जब तक खून या पीप उस जगह तक सूराख के अन्दर रहे जहां नहाते वक्त पानी पहुंचाना फर्ज नहीं है , तब तक वुजू नहीं टूटता । लेकिन अगर खून पीप वह कर ऐसी जगह आ जाये जहां पानी पहुंचाना फर्ज है तो वुजू टूट जाएगा।
मसअला=6= अगर किसी ने अपने फोड़े या छाले के ऊपर काछिलका नोच डाला और उसके नीचे खून या पीप दिखाई देने लण लेकिन किसी तरफ निकलकर वह न सका तो वुजू ठीक रहा । लेकिन वह बह पड़ा तो पुल टूट जाएगा।
मसअला =7= किसी के फोड़े में बड़ा गहरा घाव हो गया तो जब तक खून व पीप जस्म के सुरान के अन्दर ही अन्दर रहे , बाहर निकलकर बदन पर न आए तो वुजू नहीं टूटता
Chapter: 01
समाप्त..........
अगला चेपटर पड़े।
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