फिरऔनियों पर दुसरा अज़ाब।
टिड्डियां
एक माह तक तो फ़िरऔनी निहायत आफ़िय्यत से रहे। लेकिन जब इन का कुफ्र व तकब्बुर और जु़ल्मो सितम फिर बढ़ने लगा। तो अल्लाह तआला ने अपने क़हरो अजा़ब को टिड्डियों की शक्ल में भेज दिया।
कि चारों तरफ़ से टिड्डियों के झुन्ड के झुन्ड आ गए जो इन की खेतियों और बागों को बल्कि यहां तक कि इन के मकानों की लकड़ियां तक को खा गई और फ़िरऔनियों के घरों में येह टिड्डियां भर गई जिस से इन का सांस लेना मुश्किल हो गया मगर बनी इस्राईल के मोअमिनीन के खेत और बाग और मकानात इन टिड्डियों की यलगार से बिल्कुल महफूज़ रहे । येह देख कर फ़िरऔनियों को बड़ी इब्रत हो गई और आखिर इस अज़ाब से तंग आ कर फिर।
हज़रते मूसा अलैहिस सलाम के आगे अहद किया कि आप इस अज़ाब के दफ्अ होने के लिये दुआ फ़रमा दें तो हम लोग ज़रूर ईमान ले आएंगे और बनी इस्राईल पर कोई जुल्मो सितम न करेंगे । चुनान्चे , आप की दुआ से सातवें दिन येह अजा़ब भी टल गया और येह लोग फिर एक माह तक निहायत ही आराम व राहत में रहे । लेकिन फिर अहद शिकनी की और ईमान नहीं लाए । इन लोगों के कुफ्र और इस्यान में फिर इज़ाफ़ा होने लगा।
हज़रते मूसा अलैहिस सलाम
और मोअमिनीन को ईज़ाएं देने लगे और कहने लगे कि हमारी जो खेतियां और फल बच गए हैं वोह हमारे लिये काफी हैं। लिहाजा हम अपना दीन छोड कर ईमान नहीं लाएंगे।
--------------------------------समाप्त----------------------------
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